अमृतसर: रावण दहन के वक़्त ट्रेन की चपेट में आई भीड़, 70 से ज्यादा की मौत

पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार को दशहरे का उत्सव बड़े मातम में तब्दील हो गया.
वहां रावण दहन के दौरान भीड़ तेज़ रफ़्तार ट्रेन की चपेट में आ गई, जिसमें कम से कम 70 लोगों की मौत हो गई.

स्थानीय पत्रकार रविंदर सिंह रॉबिन के मुताबिक, "घटना शाम क़रीब 6.30 बजे की है. अमृतसर के जोड़ा फाटक पर रेलवे ट्रैक के पास रावण दहन किया जा रहा था. इस दौरान बहुत सारे लोग ट्रैक पर भी बैठे हुए थे."
"जब रावण के पुतले को आग लगाई गई तो मंच से लोगों से पीछे हटने की अपील की गई. इसी दौरान लोग पीछे हटे और ट्रैक पर ट्रेन आ गई. इससे वहां मौजूद भीड़ का एक बड़ा हिस्सा ट्रेन की चपेट में आ गया."
अमृतसर के पुलिस कमिश्नर सुधांशु शेखर श्रीवास्तव ने बीबीसी पंजाबी से पुष्टि की है कि 70 से ज़्यादा लोग मृत बताए जा रहे हैं और 100 से ज़्यादा ज़ख़्मी हैं.
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म महिंद्रा ने बीबीसी संवाददाता अरविंद छाबड़ा को बताया कि अब तक सिर्फ दो अस्पतालों में चालीस शव पहुंचाए जा चुके हैं.
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया जा रहा है. इसमें दिख रहा है कि लोग रावण दहन देख रहे हैं और मोबाइल से उसका वीडियो भी बना रहे हैं. तभी बाईं ओर से तेज़ रफ़्तार ट्रेन अचानक आती है.
वीडियो से पता लगता है कि वहां मौजूद लोगों के ट्रेन के आने की भनक तक नहीं लगी.
रविंदर सिंह रॉबिन ने बताया कि इस कार्यक्रम में मंच पर पंजाब के उपमुख्यमंत्री नवजोत सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू भी मौजूद थीं.
अस्पतालों और एंबुलेंसों को अलर्ट पर रखा गया है.

घटना के बाद तनाव

घटनास्थल पर लोग प्रशासन के ख़िलाफ़ काफ़ी गुस्से में हैं. शुरुआत में शवों को ले जाने के लिए प्रशासन को खासी मशक्कत करनी पड़ी क्योंकि आक्रोशित लोग उन्हें ऐसा करने नहीं दे रहे थे.
पुलिस कमिश्नर सुधांशु शेखर श्रीवास्तव ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की.

दुख और संवेदनाएं

इस घटना पर राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के नेताओं ने ट्वीट करके दुख जताया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने लिखा, "ये दिल दहलाने वाली त्रासदी है. अपने प्रियजनों को खोने वाले लोगों के प्रति मैं गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के लिए प्रार्थना कर रहा हूं. मैंने अधिकारियों को तत्काल मदद का निर्देश दिया है."
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पंजाब की कांग्रेस सरकार और कार्यकर्ताओं से पीड़ितों को तत्काल राहत पहुंचाने की अपील की है.
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट करके बताया है कि वह घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं.
उन्होंने लिखा, "दशहरे के मौके पर अमृतसर में हुए ट्रेन हादसे के राहत और बचाव कामों का जायज़ा लेने के लिए मैं खुद वहां पहुंच रहा हूं. मेरी सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपए और घायलों को सरकारी और निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज दिया जाएगा."
हादसे पर राजनीतिक हलकों की ओर से भी दुख जताया गया है. पंजाब के विपक्षी दल शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीट कर दुर्घटना पर गहरा दुख जताया है और प्रशासन से सवाल पूछा है.
उन्होंने लिखा, "अमृतसर के जोड़ा गेट पर दशहरा देखने आए निर्दोष श्रद्धालुओं को तेज़गति ट्रेन ने कुचल दिया, इस हादसे के बारे में सुनकर मुझे बहुत दुख हो रहा है. स्थानीय आयोजकों और पुलिस को जवाब देना चाहिए कि रेलवे ट्रेक के पास रावण दहन की इजाज़त कैसे दी गई."
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी घटना पर दुख जताया है.
उन्होंने लिखा, "अमृतसर से एक बड़े ट्रेन हादसे की खबर आ रही है. मैं इलाके के अपने कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि राहत और बचाव कार्य में मदद करें. संकट की इस घड़ी में हर मुमकिन मदद दें."
जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने लिखा है, "बहुत ही दुखद है कि ट्रेन हादसे में 30 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है. मृतकों और घायलों के परिजनों को मेरी गहरी संवेदनाएं."

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