मुजफ्फरपुर दुष्कर्म: ये चालीस निर्भयायों का मामला है: केजरीवाल
मुजफ्फरपुर के बालिका संरक्षण गृह में 34 बच्चियों के साथ हुए दुष्कर्म पर राजद के नेता तेजस्वी यादव के द्वारा दिल्ली के जंतर—मंतर पर बुलाए गए धरने में विपक्षी एकता साफ दिखाई पड़ी। मंच पर राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, डी राजा, शरद यादव, मीसा भारती, संजय सिंह, कन्हैया कुमार, शेहला रशीद, सोमनाथ भारती, दिनेश त्रिवेदी जैसे नेता मौजूद थे। विपक्ष ने इस मुद्दे पर पूरी एकजुटता से नीतीश सरकार और केंद्र की सत्तारूढ़ सरकार को नैतिकता की दुहाई दी और इस्तीफा देने के लिए कहा।
तेजस्वी यादव ने धरने को संबोधित करते हुए कहा, ”जिस दरिंदगी को हमने देखा है, उसके बाद हमारा खून खौलता है। दरिंदे को फांसी मिले और भविष्य में ऐसा न हो इसकी मुकम्मल व्यवस्था की जाए। हम जिंदा समाज में रहते हैं और जिंदा इंसान हैं, ऐसे में यह हमारा दायित्व है कि दोषियों को सजा दिलाएं। मेरी मां और बहनें हैं। मेरी बहनों की बेटियां भी हैं। हम जंतर-मंतर इसलिए पहुंचे कि मेरे चाचा की अंतरात्मा नहीं जागी।”
वहीं तेजस्वी ने सीएम नीतीश पर ब्रजेश ठाकुर का नाम एफआईआर से हटवाने का आरोप लगाया। उन्होंने बाल सुरक्षा आयोग की रिपोर्ट का भी उल्लेख किया। उन्होंने सबूतों को नष्ट करने और आरोपियों को बचाने का भी आरोप लगाया। कहा, ”ये हमारे चाचा हैं जो कानून और सुशासन की बात करते हैं। बिहारी होने के नाते मेरा सिर शर्म से झुक जाता है। रावण सीता का अपहरण कर रहा है, सरकार कानून-व्यवस्था के मामले में फेल हो चुकी है। वह बोले कि जो बच्ची सबसे ज्यादा जानती थी उसे मधुबनी के शेल्टर होम में भेजी गई और उसका अब तक कुछ पता नहीं है। यह शेल्टर होम नीतीश कुमार के करीबी संजय झा का है। जो सीएम तीन महीनों तक चुप्पी नहीं तोड़ी उन्हें सबक सिखाना ही पड़ेगा।”
तेजस्वी यादव के बाद धरने को संबोधित करने के लिए आए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, ” हम सिर्फ 40 नहीं, बल्कि हिंदुस्तान की हर महिला के लिए यहां आए हैं। देश में अजीब सा माहौल बन गया है। दबे—कुचले पर खुलेआम आक्रमण हो रहा है। फिर चाहे वह महिला, दलित या आदिवासी ही क्यों न हो। हम देश की महिलाओं और पीड़ित बच्चियों के साथ खड़े हैं। मीडिया को दबाया धमकाया जा रहा है। जब ये काम करते हैं तो इन्हें नौकरी से निकाल दिया जाता है। उन्होंने कहा मैं मीडिया के साथ हूं वे घबराएं नहीं।
राहुल गांधी यहीं नहीं रुके। उन्होंने साफ कहा, ” नीतीश जी को जल्दी से जल्दी कार्रवाई करनी चाहिए यदि सचमुच में शर्म आ रही है तो। एक तरफ बीजेपी-आरएसएस की सोच और दूसरी तरफ पूरा हिंदुस्तान। आने वाले दिनों में पीएम को भी दिखाई देगी कि पिछले चार साल में जो कुछ हुआ वह ठीक नहीं हुआ।” इस दौरान एक मिनट का मौन भी रखा गया। मंच पर मौजूद नेताओं ने कैंडल जलाकर मुजफ्फरपुर की पीड़िताओं के प्रति संवेदना भी जताई।