राहुल युग की सुरुआत: निर्विरोध चुने गए कांग्रेस के अध्यक्ष

कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद पर राहुल गांधी निर्विरोध चुन लिए गए हैं.
सोमवार को पार्टी अध्यक्ष पद के प्रस्तावित चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख थी और किसी ने भी राहुल गांधी की उम्मीदवारी को चुनौती नहीं दी थी.
कांग्रेस नेता मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने इसकी घोषणा करते हुए कहा, "नामांकन के 89 प्रस्ताव दाखिल किए गए थे. सभी वैध पाए गए. केवल एक ही उम्मीदवार मैदान में है. इसलिए मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर राहुल गांधी के निर्वाचन की घोषणा करता हूं."
इसके साथ ही पार्टी में पीढ़ीगत बदलाव भी हो
गया। राहुल अपनी मां सोनिया गांधी की जगह
अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। सोनिया 19
साल तक इस पद पर रहीं। वह 1998 में कांग्रेस की अध्यक्ष बनी थीं। यह बदलाव देश की सबसे पुरानी पार्टी में नए युग का आगाज माना जा रहा है।
कांग्रेस पार्टी ने स्वतंत्रता के बाद से आधी सदी से
अधिक समय तक देश पर शासन किया है। नेहरू-गांधी परिवार के वंशज 47 वर्षीय राहुल के सामने पार्टी की खोई हुई प्रतिष्ठा को लौटाने का कठिन काम है।
पार्टी के सितारे हालिया वर्षों में गर्दिश में रहे हैं।
एक समय पूरे देश पर कांग्रेस का नियंत्रण था, लेकिन वर्तमान में सिर्फ 5 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश पुदुचेरी में उसकी सरकार है।
राहुल गांधी के पक्ष में कुल 89 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे। जांच में सभी नामांकन पत्रों को वैध पाया गया। मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने बताया कि राहुल गांधी को हालांकि पार्टी अध्यक्ष नियुक्त किए जाने का प्रमाण पत्र 16 दिसंबर को सोनिया गांधी और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में सौंपा जाएगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी आधिकारिक तौर पर 132 साल पुरानी पार्टी की बागडोर अपने बेटे को 16 दिसंबर की सुबह तकरीबन 11 बजे सौंपेंगी। इसके बाद राहुल गांधी कांग्रेस मुख्यालय में देशभर के नेताओं से मिलेंगे। कांग्रेस 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद एक के बाद एक विधानसभा चुनावों में हार का सामना कर रही है। हालांकि, उसे
पंजाब विधानसभा चुनाव में जीत मिली थी। राहुल
गांधी को पार्टी अध्यक्ष गुजरात और हिमाचल
विधानसभा चुनाव का परिणाम आने से ठीक 2 दिन पहले नियुक्त किया जाएगा। राहुल ने गुजरात में कांग्रेस के लिए जोर-शोर से प्रचार किया है और अगर वह चुनाव में जीत हासिल करती है तो यह उनके लिये संजीवनी बूटी का काम करेगी।
कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न:
दिल्ली में पार्टी मुख्यालय के बाहर बड़ी संख्या में जुटे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर जश्न मनाया। यहां होली और दिवाली वाला माहौल दिखा।
कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को गुलाल लगाया तो जमकर आतिशबाजी भी हुई। ढोल-नगाड़ों की थाप और राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे के बीच नेताओं ने राहुल को शुभकामनाएं दीं। दिल्ली के साथ राज्यों में स्थिति कांग्रेस कार्यालयों से भी जश्न की तस्वीरें आ रही हैं। गुलाम नबी आजाद ने राहुल के
अध्यक्ष चुने जाने पर कहा, 'पूरे देश को राहुल गांधी से उम्मीदें हैं। अध्यक्ष चुने जाने से पहले उन्होंने अपनी प्रकृति दिखा दी है। वह अपनी जिम्मेदारी जानते हैं।'

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