अध्यक्ष पद संभालते ही राहुल गांधी ने किया बड़ा हमला, कहा- भाजपा आग लगाती है और कांग्रेस बुझाती है
अध्यक्ष पद की कमान संभालने के बाद राहुल गांधी ने भाजपा पर जोरदार हमला किया. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग आग लगाने का काम कर रहे हैं जबकि कांग्रेस उसे बुझाने का काम कर रही है. अपने संबोधन की शुरुआत में राहुल गांधी ने कहा कि सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं का दिल से मैं स्वागत करता हूं. मैं 13 साल पहले राजनीति में आया. भाजपा के लोग देश में हिंसा फैला रहे हैं. वो तोड़ते हैं और हम जोड़ते हैं.
आगे राहुल गांधी ने कहा कि गरीबों की बात करने पर आज निशाना बनाया जाता है. आज देश में खान-पान को लेकर हत्या हो जाती है. आज राजनीति लोगों की भलाई के लिए नहीं बल्कि कुचलने के लिए की जा रही है. वो लोकप्रियता से नहीं ताकत से जीतना चाहते हैं. एक बार आग लग जाती है तो उसे बुझाना मुश्किल हो जाता है. यही हम भाजपा के लोगों को समझाना चाहते हैं. भाजपा देश को मध्य युग में ले जा रही है जबकि कांग्रेस ने देश को 21वीं सदी में लाने का काम किया.
राहुल गांधी ने कहा कि आज वे इसलिए जीत जाते हैं क्योंकि वे ताकतवर हैं. वे हमपर हमले करते हैं लेकिन वे हमें केवल हरा सकते हैं लेकिन उनका गुस्सा हमें मजबूत बनाता है. हम कमजोर नहीं होंगे. हम देश के भविष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम लोगों की आवाज को दबने नहीं देंगे. राहुल गांधी ने कहा कि मेरे लिए कांग्रेस पार्टी का जो कार्यकर्ता है, जो इस पार्टी की विचारधारा को अपने खून पसीने से देश के हर गांव, हर शहर पहुंचाता है उसकी रक्षा करना मेरी जिम्मेदारी है. आश्वासन देना चाहता हूं कि आपकी आवाज पूरे हिंदुस्तान में सुनायी देगी.
क्या कहा सोनिया गांधी ने
अपने संबोधन में सोनिया गांधी ने भाजपा और संघ पर हमला किया. जब वह मंच पर पहुंची तो पटाखे की वजह से उन्हें तीन बार संबोधन को रोकना पड़ा. पटाखों को शोर समाप्त होने पर उन्होंने कहा कि 20 साल पहले मैं इसी तरह आपके सामने खड़ी थी. उस वक्त मैं डरी हुई थी और मेरे हाथ थरथर्रा रहे थे. सोनिया गांधी ने कहा कि राहुल को कांग्रेस अध्यक्ष निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र जारी होने के लिए मैं उन्हें शुभकामनाएं और आशीर्वाद देती हूं. जब मैं अध्यक्ष पद के लिए चुनी गई तो इसी तरह संबोधित करने के लिए खड़ी थी. मेरे दिल में भी घबराहट थी. मैं सोच नहीं सकती थी कि इस ऐतिहासिक संगठन को कैसे संभालूंगी. तब तक राजनीति से मेरा नाता निजी था. इंदिरा गांधी ने मुझे बेटी की तरह स्वीकार किया. उनकी हत्या के बाद लगा कि मैंने अपनी मां को खो दिया है. उन्होंने कहा कि मैं राजनीति को अलग नजरिए से देखना चाहती थी, मैं अपने पति और बच्चों को राजनीति से दूर रखना चाहती थी. राजीव जी की हत्या के बाद मेरा सहारा छिन गया. अध्यक्ष पद पर रहते हुए सभी कार्यकर्ताओं ने मेरा साथ दिया. देश के प्रति अपना कर्तव्य समझते हुए मैं राजनीति में आयी. आज देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती है. हम डरने वालों में से नहीं हैं. सोनिया ने कहा कि राहुल गांधी मेंरा बेटा है इसलिए मैं तारीफ नहीं करूंगी लेकिन उसने बचपन से हिंसा देखा है. वर्तमान में उनपर निजी हमले किये जा रहे हैं जिससे वह और मजबूत होते जा रहे हैं.
क्या कहा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने
राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि सोनिया जी ने राहुल गांधी को पार्टी की कमान सौंपी है. हम सोनिया जी को सेल्यूट करते हैं जिन्होंने 19 साल तक पार्टी की नि स्वार्थ सेवा की. मुझे यकीन है कि राहुल के नेतृत्व में पार्टी अच्छा का करेगी.
यह भी जानें
आपको बता दें कि इससे पहले 11 दिसंबर को राहुल गांधी कांग्रेस के निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे. कांग्रेस नेता एम रामचंद्रन ने राहुल के अध्यक्ष बनने का औपचारिक ऐलान किया था. कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सिर्फ राहुल गांधी ने ही नामांकन भरा था.
आगे राहुल गांधी ने कहा कि गरीबों की बात करने पर आज निशाना बनाया जाता है. आज देश में खान-पान को लेकर हत्या हो जाती है. आज राजनीति लोगों की भलाई के लिए नहीं बल्कि कुचलने के लिए की जा रही है. वो लोकप्रियता से नहीं ताकत से जीतना चाहते हैं. एक बार आग लग जाती है तो उसे बुझाना मुश्किल हो जाता है. यही हम भाजपा के लोगों को समझाना चाहते हैं. भाजपा देश को मध्य युग में ले जा रही है जबकि कांग्रेस ने देश को 21वीं सदी में लाने का काम किया.
राहुल गांधी ने कहा कि आज वे इसलिए जीत जाते हैं क्योंकि वे ताकतवर हैं. वे हमपर हमले करते हैं लेकिन वे हमें केवल हरा सकते हैं लेकिन उनका गुस्सा हमें मजबूत बनाता है. हम कमजोर नहीं होंगे. हम देश के भविष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम लोगों की आवाज को दबने नहीं देंगे. राहुल गांधी ने कहा कि मेरे लिए कांग्रेस पार्टी का जो कार्यकर्ता है, जो इस पार्टी की विचारधारा को अपने खून पसीने से देश के हर गांव, हर शहर पहुंचाता है उसकी रक्षा करना मेरी जिम्मेदारी है. आश्वासन देना चाहता हूं कि आपकी आवाज पूरे हिंदुस्तान में सुनायी देगी.
क्या कहा सोनिया गांधी ने
अपने संबोधन में सोनिया गांधी ने भाजपा और संघ पर हमला किया. जब वह मंच पर पहुंची तो पटाखे की वजह से उन्हें तीन बार संबोधन को रोकना पड़ा. पटाखों को शोर समाप्त होने पर उन्होंने कहा कि 20 साल पहले मैं इसी तरह आपके सामने खड़ी थी. उस वक्त मैं डरी हुई थी और मेरे हाथ थरथर्रा रहे थे. सोनिया गांधी ने कहा कि राहुल को कांग्रेस अध्यक्ष निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र जारी होने के लिए मैं उन्हें शुभकामनाएं और आशीर्वाद देती हूं. जब मैं अध्यक्ष पद के लिए चुनी गई तो इसी तरह संबोधित करने के लिए खड़ी थी. मेरे दिल में भी घबराहट थी. मैं सोच नहीं सकती थी कि इस ऐतिहासिक संगठन को कैसे संभालूंगी. तब तक राजनीति से मेरा नाता निजी था. इंदिरा गांधी ने मुझे बेटी की तरह स्वीकार किया. उनकी हत्या के बाद लगा कि मैंने अपनी मां को खो दिया है. उन्होंने कहा कि मैं राजनीति को अलग नजरिए से देखना चाहती थी, मैं अपने पति और बच्चों को राजनीति से दूर रखना चाहती थी. राजीव जी की हत्या के बाद मेरा सहारा छिन गया. अध्यक्ष पद पर रहते हुए सभी कार्यकर्ताओं ने मेरा साथ दिया. देश के प्रति अपना कर्तव्य समझते हुए मैं राजनीति में आयी. आज देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती है. हम डरने वालों में से नहीं हैं. सोनिया ने कहा कि राहुल गांधी मेंरा बेटा है इसलिए मैं तारीफ नहीं करूंगी लेकिन उसने बचपन से हिंसा देखा है. वर्तमान में उनपर निजी हमले किये जा रहे हैं जिससे वह और मजबूत होते जा रहे हैं.
क्या कहा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने
राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि सोनिया जी ने राहुल गांधी को पार्टी की कमान सौंपी है. हम सोनिया जी को सेल्यूट करते हैं जिन्होंने 19 साल तक पार्टी की नि स्वार्थ सेवा की. मुझे यकीन है कि राहुल के नेतृत्व में पार्टी अच्छा का करेगी.
यह भी जानें
आपको बता दें कि इससे पहले 11 दिसंबर को राहुल गांधी कांग्रेस के निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे. कांग्रेस नेता एम रामचंद्रन ने राहुल के अध्यक्ष बनने का औपचारिक ऐलान किया था. कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सिर्फ राहुल गांधी ने ही नामांकन भरा था.