मैं अभी भी 'जेल' में, मिले पति से मिलने की आजादी: हादिया
बहुचर्चित 'लव जिहाद' मामले से चर्चा के केंद्र में आईं केरल की लड़की हादिया ने कहा है कि वह उस इंसान के साथ रहने की स्वतंत्रता चाहती हैं, जिससे उन्होंने प्यार किया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अपने परिजनों के 'चंगुल' से आजाद हो कर तमिलनाडु के कॉलेज में पढ़ाई कर रहीं हादिया ने कहा कि उनके पास अपने शौहर शफीन जहां से मिलने की आजादी नहीं है।
अखिला अशोकन से परिवर्तित होकर हादिया बनीं लड़की ने कहा, 'मैं उस इंसान के साथ रहना चाहती हूं, जिससे सबसे ज्यादा प्यार करती हूं। मैं कोर्ट के आदेश का इंतजार कर रही हूं ताकि यह देख सकूं कि क्या यह मेरे लिए दूसरी जेल तो नहीं होगा। मैंने अपनी मर्जी से इस्लाम धर्म अपनाया है। मैं वे अधिकार मांग रही हूं, जो हर नागरिक के पास है। इसका राजनीति और जाति से कुछ लेना-देना नहीं है।
उन्होंने कहा, 'कॉलेज वापस जाकर खुश हूं। मैंने कोर्ट से आजादी मांगी। मैं अपने पति से मिलना चाहती हूं, लेकिन सच यही है कि मैं अभी तक आजाद नहीं हूं।' गौरतलब है कि अखिला अशोकन उर्फ हादिया ने कथित तौर पर धर्म परिवर्तन कर शफीन जहां नाम के एक शख्स से निकाह किया था। लड़की के पिता के. एम. अशोकन ने केरल हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल कर शादी रद्द करने की गुहार लगाई थी। याचिका में कहा गया था कि लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया और लड़के (शैफीन) का संबंध आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट संगठन से है।
उन्होंने कहा, 'कॉलेज वापस जाकर खुश हूं। मैंने कोर्ट से आजादी मांगी। मैं अपने पति से मिलना चाहती हूं, लेकिन सच यही है कि मैं अभी तक आजाद नहीं हूं।' गौरतलब है कि अखिला अशोकन उर्फ हादिया ने कथित तौर पर धर्म परिवर्तन कर शफीन जहां नाम के एक शख्स से निकाह किया था। लड़की के पिता के. एम. अशोकन ने केरल हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल कर शादी रद्द करने की गुहार लगाई थी। याचिका में कहा गया था कि लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया और लड़के (शैफीन) का संबंध आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट संगठन से है।