उधर बुलेट ट्रेन का शिलान्यास, इधर राजधानी एक्सप्रेस पटरी से उतरी
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलने वाली भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना का शिलान्यास किया. इधर, भारतीय रेलवे लगातार हो रही दुर्घटनाओं पर कोई नियंत्रण कर पाने में विफल है. गुरुवार को राजधानी दिल्ली में राजधानी एक्सप्रेस पटरी से उतर गई.
दिल्ली में जम्मू तवी-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस की एक बोगी नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पटरी से उतर गई हालांकि, इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है. उत्तर रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि यह घटना गुरुवार सुबह करीब छह बजे ट्रेन के प्लेटफार्म में प्रवेश करते समय हुई. दुघर्टना में कोई घायल नहीं हुआ है.
हाल के दिनों में ट्रेनों के डिब्बे पटरी से उतरने की कई घटनाएं हो चुकी हैं. इससे पहले सात सितंबर को सुबह जबलपुर जा रही शक्तिपुंज एक्सप्रेस के सात डिब्बे यूपी के सोनभद्र में ओबरा डैम स्टेशन के पास पटरी से उतर गए थे.
उसी दिन दिल्ली में मिंटो ब्रिज के पास रांची-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस का इंजन और पावर कार पटरी से उतर गए थे. इस घटना में एक व्यक्ति घायल हो गया था. इसी दिन महाराष्ट्र के खंडाला में एक मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए थे.
बुलेट ट्रेन न्यू इंडिया के संकल्प का प्रतीक
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलने वाली भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना का शिलान्यास करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि कोई भी देश आधे-अधूरे संकल्पों के साथ कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता और बुलेट ट्रेन न्यू इंडिया के हमारे संकल्प का प्रतीक है जो तेज गति, तेज प्रगति और तेज प्रौद्योगिकी के माध्यम से तेज परिणाम भी लाने वाली है. मोदी ने कहा, बरसों पुराने सपने को पूरा करने की ओर भारत ने अहम कदम बढ़ाया है, जिसमें सुविधा भी है और सुरक्षा भी.
बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए भूमि पूजन करने के बाद यहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने आगे कहा कि जब भी कोई चीज खरीदने जाते हैं तो हम गुजराती खास तौर पर अहमदाबाद के लोग एक-एक पैसे का हिसाब लगाते हैं, मोल तोल करते हैं. कोई बाइक भी लेने जाते हैं तो बैंक से ऋण लेते हैं और ब्याज की दर से लेकर ऋण की अवधि तक सब कुछ बारीकी से देखते हैं. कोई आधा पर्सेंट ब्याज भी खत्म कर दे तो हम बहुत खुश होते हैं.
उन्होंने कहा कि लेकिन कल्पना कीजिए, कि किसी को ऐसा दोस्त मिल सकता है, जो यह कहे कि बिना ब्याज के ऋण ले लो, अभी जल्दी नहीं है, 50 साल में चुकाना, तो सोचो कैसा लगेगा. भारत को जापान और शिंजो आबे के रूप में ऐसा दोस्त मिला है. शिंजो आबे ने बुलेट ट्रेन के लिए 88 हजार करोड़ रुपये 0.1 प्रतिशत ब्याज दर से देने का फैसला किया है. स्वयं रुचि दिखाते हुए उन्होंने इस परियोजना को आगे बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त किया है.
भारत-जापान साझेदारी खास और रणनीतिक
इससे पहले जापान के प्रधानमंत्री आबे ने कहा कि भारत-जापान साझेदारी खास, रणनीतिक और वैश्विक है. अहमदाबाद में परियोजना की आधारशिला रखने के बाद आबे ने कहा, मजबूत भारत जापान के हित में है और मजबूत जापान भारत के हित में है.
उन्होंने कहा, मेरे अच्छे मित्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूरदृष्टा नेता हैं. उन्होंने दो वर्ष पहले हाई-स्पीड ट्रेन को भारत में लाने और नया भारत बनाने का फैसला लिया था.
दूसरी ओर, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि हम मिलकर इस परियोजना को कम से कम समय में पूरा कर दिखाएंगे. रेलवे हो या राजमार्ग, जल मार्ग हो या वायु मार्ग, हम सभी क्षेत्रों में अप्रत्याशित गति से कार्यों को आगे बढ़ा रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा, मैं मानता हूं कि प्रौद्योगिकी सभी के लिए है. प्रौद्योगिकी का लाभ तभी है जब देश का सामान्य नागरिक भी इसका उपयोग कर सकें. मुंबई-अहमदाबाद रूट पर एक नई आर्थिक व्यवस्था भी विकसित हो रही है. पूरा क्षेत्र ही एक एकल आर्थिक क्षेत्र में परिवर्तित हो जाएगा.
विपक्ष पर मोदी का निशाना
नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि अभी तक वे कह रहे थे कि मोदी ने वादा किया था कि वे बुलेट ट्रेन लाएंगे, बुलेट ट्रेन कब लाएंगे? अब ले आया हूं तो कह रहे हैं, क्यों लाए? तो वे समझें कि इससे देश को नई रफ्तार मिलेगी.
उन्होंने कहा कि आज का दिन भारत और जापान के लिए भावनात्मक अवसर है. मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन इस दोस्ती का अहम उदाहरण है. बुलेट ट्रेन के शिलान्यास का श्रेय मेरे परम मित्र आबे को जाता है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी भी देश के विकास के लिए ट्रांसपोर्ट सिस्टम की अहम भूमिका है. सड़क रेल और वायुमार्ग से देश का संपर्क बढ़ता है. इतिहास गवाह है कि रेलवे आने से अमेरिका में आर्थिक प्रगति तेज हुई. यूरोप से लेकर चीन तक हाईस्पीड ट्रेन ने अहम भूमिका निभाई है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि समय के साथ अपने साधनों को बेहतर बनाना होता है. यह वक्त धीरे-धीरे आगे बढ़ने का नहीं है. तेज गति से बदलती प्रौद्योगिकी के साथ आगे बढ़ने का है. बुलेट ट्रेन से देश को नई रफ्तार मिलेगी.
उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन परियोजना एक ऐसा प्रोजेक्ट है, जो तेज गति, तेज प्रगति के साथ-साथ तेज टेक्नोलॉजी के माध्यम से तेज परिणाम लाने वाला है. आज भारत ने अपने एक बरसों पुराने सपने को पूरा करने की ओर बड़ा कदम उठाया है. मैं देश के सवा सौ करोड़ लोगों को बधाई देता हूं.
2022 में पूरा होगा प्रोजेक्ट
मोदी ने कहा कि यह ट्रेन अहमदाबाद से आमची मुंबई जाएगी. 2 से 3 घंटे में दूरी पूरी हो जाएगी. हवाई यात्रा की औपचारिकता पूरी करने और गंतव्य तक पहुंचने में जितना समय लगता है, उससे भी आधे समय पर बुलेट ट्रेन का सफर होगा. हवाई जहाज का ईंधन बचेगा तो विदेशी पूंजी बचेगी. बुलेट ट्रेन की वजह से दो शहरों के लोग और करीब आ जाएंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बुलेट ट्रेन की तकनीक से हर तबके को फायदा होगा. हमारा मकसद है कि तकनीक का फायदा समाज के गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को मिले.
अहमदाबाद से मुंबई के बीच 1.10 लाख करोड़ रुपये की लागत वाली इस बुलेट ट्रेन परियोजना के वर्ष 2022 तक पूरी होने की संभावना है. यह ट्रेन महज दो घंटे में 500 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तय करेगी. यह परियोजना भारतीय रेल और जापान के शिन्कान्सेन टेक्नोलॉजी की संयुक्त परियोजना है.