रायन इंटरनैशनल: स्कूल में बच्चे का कत्ल कैसे? अनसुलझे हैं ये सवाल

रायन स्कूल में दूसरी कक्षा के छात्र प्रद्युम्न के मर्डर के मामले में कुछ ऐसे सवाल उठ रहे हैं, जिसका जवाब न तो पुलिस के पास है और ना ही स्कूल के पास। इस पूरे प्रकरण में कुछ ऐसे अनसुलझे सवाल हैं, जिन पर शक होना लाजिमी है। जानिए कौन-कौन से हैं वे सवाल जो पुलिस की पूरी थिअरी पर सवाल उठा रहे हैं.... 

1-'कंडक्टर के पीछे है कोई क्रिमिनल?'
बस कंडक्टर ने रायन इंटरनैशनल स्कूल में छात्र की हत्या करने की बात चाहे कबूल ली है, लेकिन मामले में अब भी काफी झोल हैं। आरोपी के परिजन और उसके गांववाले ही नहीं बल्कि मृतक के पिता भी पुलिस के खुलासे पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं। मृत बच्चे के पिता का कहना है कि कुछ तो ऐसा है जिसे स्कूल प्रबंधन और पुलिस प्रशासन छिपा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर कंडक्टर दोषी भी है तो यकीनन इसमें स्कूल से जुड़ा कोई प्रभावशाली शख्स भी शामिल है। 

2- कंडक्टर के पास नया चाकू कहां से आया?

कंडक्टर अशोक जब बाथरूम में गया तो उसके पास नया चाकू कहां से आया। यह सवाल पुलिस को सबसे पहले सुलझाना चाहिए था, लेकिन पुलिस के अधिकारी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं। 

3- आरोपी कंडक्टर ने ऐसी जगह क्यों चुनी?
पुलिस की थिअरी लोगों के गले नहीं उतर रही है। पुलिस के मुताबिक जो चाकू इस्तेमाल किया गया, वह बस के टूल बॉक्स का था। लेकिन सवाल यह है कि स्कूल के टॉइलट में कंडक्टर अशोक कुमार चाकू लेकर पहुंचा कैसे? पुलिस का दावा है कि जब बच्चे ने गलत हरकत करते हुए देखने पर टीचर से शिकायत की बात कही तो घबराकर कंडक्टर ने उसकी गर्दन काट दी। यहां सवाल यह है कि सेक्शुअल असॉल्ट के लिए कंडक्टर ने ऐसी जगह क्यों चुनी, जहां उसका फंसना तय था। 

3- स्कूल की भूमिका पर प्रशासन चुप क्यों?

दूसरा सवाल मर्डर स्कूल कैंपस में हुआ, ऐसे में पुलिस ने स्कूल प्रबंधन या स्टाफ से कोई पूछताछ क्यों नहीं की। आरोपी अशोक के परिजन और बच्चे के परिजनों का कहना है कि अशोक की भूमिका के साथ-साथ स्कूल की भूमिका भी संदिग्ध है। इसकी जांच होनी चाहिए। सरकार के मंत्री से लेकर पुलिस अधिकारी इस पर चुप हैं। पुलिस इसे अचानक हुई वारदात बता रही है तो कंडक्टर का टॉइलट में चाकू ले जाने पर क्यों कुछ नहीं कह रही है। इतना ही नहीं अगर वह टॉइलट में गलत काम कर रहा था तो ऐसा अचानक क्या हुआ कि उसने बच्चे का इतनी बेहरमी से हत्या कर दी। 

4- किसी ने बच्चे की चीख क्यों नहीं सुनी?
बस से स्कूल में एंट्री गेट, टॉइलट व क्लासरूम मात्र प्रंदह गज के दायरे में है, फिर भी किसी ने बच्चे की चीख नहीं सुनी। 

5- तुरंत साफ क्यों किया गया खून?

यह सवाल भी बहुत बड़ा है। इसके अलावा फर्श और दीवार से खून साफ करना भी संदेह के घेरे में है। रिटायर्ड एसीपी हवा सिंह ने बताया कि इस तरह की मामले की जांच तकनीकी और वैज्ञानिक तरीके से होनी चाहिए। ऐसे मामलों के एक्सपर्ट प्राइवेट डिटेक्टिव संजीव देशवाल के मुताबिक कंडक्टर का चाकू टॉइलट में ले जाना, सीसीटीवी का खराब होना और आरोपी का गुनाह कबूल करने के बाद पुलिस रिमांड का लेना संदेह पैदा करता है। एक नया चाकू जेब में रखकर टॉइलट में जाना इस एंगल पर पूरी तरह से जांच होनी चाहिए।

6- बच्चे से की गई थी यौन शोषण की कोशिश?
पुलिस सूत्रों के मुताबिक बच्चे का यौन शोषण करने की कोशिश की गई थी, जिसके सबूत उसके पास हैं। बताया जा रहा है कि इसकी पुष्टि के लिए बच्चे के कपड़े फरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं। अब पुलिस तीन दिन के रिमांड के दौरान आरोपी से सारा सच उगलवाने की कोशिश करेगी। इस मामले में केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने भी सख्ती दिखाने के संकेत दिए हैं। लिहाजा स्कूल मैनेजमेंट के खिलाफ भी जांच शुरू हो रही है।

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