लेगब्रेक, लेगब्रेक, गुगली...कुलदीप की हैट्रिक

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरे वनडे मैच में भारत के खब्बू चाइनामैन गेंदबाज़ कुलदीप यादव ने हैट्रिक लेकर भारत की जीत की राह आसान कर दी.
कुलदीप ने ऑस्ट्रेलियाई पारी के 33वें ओवर की दूसरी, तीसरी और चौथी गेंद पर क्रमश: मैथ्यू वेड, एश्टन एगर और पैट कमिन्स के विकेट लिए.
अंतरराष्ट्रीय वनडे मैचों में हैट्रिक लेने वाले वह तीसरे भारतीय गेंदबाज़ हैं. उनसे पहले कपिल देव और चेतन शर्मा यह कारनामा कर चुके हैं. 1991 में कपिल देव की हैट्रिक के 26 साल बाद किसी भारतीय गेंदबाज़ ने यह उपलब्धि हासिल की है.
हालांकि कुलदीप की यह पहली हैट्रिक नहीं है. इससे पहले वह 2014 अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप में स्कॉटलैंड के ख़िलाफ हैट्रिक ले चुके हैं. उस मैच में उन्होंने 10 ओवरों में 28 रन देकर 4 विकेट लिए थे. तब यह मुक़ाम हासिल करने वाले वह पहले भारतीय थे.

कैसी थीं वो तीन गेंदें

इससे पहले कुछ अच्छी गेंदों के बावजूद कुलदीप ख़र्चीले रहे थे. उन्होंने 7 ओवरों में 39 रन दिए थे और उन्हें एक भी सफलता नहीं मिली थी. फिर वह पारी का 33वां और अपना आठवां ओवर फेंकने आए.
  • ओवर की दूसरी गेंद बाएं हाथ के बल्लेबाज़ मैथ्यू वेड के लिए ऑफ स्टम्प के बाहर गिरी. वेड ने थोड़ा पीछे जाकर इसे पूरा बल्ला मोड़े बिना कट करना चाहा. लेकिन अंदरूनी किनारा लगा और गेंद स्टम्प पर जा लगी.
  • इसके बाद एक और खब्बू बल्लेबाज़ एश्टन एगर क्रीज़ पर आए. कुलदीप ने एक पारंपरिक लेगब्रेक फेंकी लेकिन एगर उसकी उसकी लंबाई और गति से धोखा खा गए और गेंद उनके पैड पर लगी. खिलाड़ियों की आत्मविश्वास से भरी अपील और एगर आउट दे दिए गए. यह इतना साफ एलबीडब्ल्यू था कि एगर ने रिव्यू करना भी उचित नहीं समझा.
  • अब पुछल्ले बल्लेबाज़ पैट कमिन्स क्रीज़ पर थे और उनको कुलदीप ने संभवत: आदर्श हैट्रिक गेंद फेंकी. यह एक गुगली थी. ऑफ स्टम्प के बाहर गिरी, उसे डिफेंड करने के लिए कमिन्स ने पांव आगे बढ़ाया और बल्ले का किनारा लेकर गेंद महेंद्र सिंह धोनी के सुरक्षित दस्तानों में चली गई.

भारत के पहले चाइनामैन गेंदबाज़!

बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज़ कुलदीप गेंद को कलाई से स्पिन कराते हैं. क्रिकेट की शब्दावली में इस तरह के गेंदबाज़ को 'चाइनामैन' कहा जाता है.
वह भारत के लिए दो टेस्ट मैच भी खेल चुके हैं, जिनमें उनके नाम 9 विकेट हैं. भारत के टेस्ट क्रिकेट इतिहास में कुलदीप पहले 'चाइनामैन' गेंदबाज़ कहे जाते हैं.
उन्होंने आठ वनडे मैचों में 13 और दो टी-20 मैचों में तीन विकेट लिए हैं. वनडे में उनका औसत 20.15 का है.
उन्होंने अपना पहला वनडे मैच वेस्टइंडीज के ख़िलाफ इसी साल 23 जून को खेला था.

ईंटों का भट्टा चलाते हैं पिता

उत्तर प्रदेश के औद्योगिक शहर कानपुर में पैदा हुए 22 साल के कुलदीप यादव के पिता राम सिंह यादव ईंटो का भट्ठा चलाते हैं.
कुलदीप शुरू में तेज़ गेंदबाज़ बनना चाहते थे. लेकिन उनके बचपन के कोच कपिल पांडेय ने उन्हें 'चाइनामैन' गेंदबाज़ बनने की सलाह दी थी.
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में खेले गए अंडर 19 क्रिकेट विश्वकप में कुलदीप ने अपनी छाप छोड़ी थी. इसके छह मैचों में उन्होंने 14 विकेट हासिल किए थे.
साल 2012 के आईपीएल में कुलदीप मुंबई इंडियन की टीम का हिस्सा थे. लेकिन उन्हें खेलने का मौक़ा नहीं मिला.
नेट प्रैक्टिस में उन्हें सचिन तेंदुलकर को गेद फेंकने का मौका मिला और उन्होंने उन्हें आउट कर दिया.
इस समय कुलदीप आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स टीम का हिस्सा हैं.

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