अलीगढ़ में बवाल के दौरान पथराव और फायरिंग, दारोगा समेत दो घायल
रेलवे रोड पर सात अगस्त को हुए दोहरे हत्याकांड में पीडि़त परिवार को मुआवजा व नौकरी की मांग रहे प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को जमकर बवाल काटा।
जुमे की नमाज के बाद पुलिस पर पथराव व फायरिंग की। दो थाना प्रभारी और एक चौकी प्रभारी गंभीर घायल हो गए। एसएसपी और डीएम को भी उपद्रवियों ने फायरिंग कर लौटा दिया। हालात काबू करने को पुलिस को आंसू गैस के साथ हवाई फायरिंग करनी पड़ी। उपद्रवियों ने बैंक को लूटने की भी कोशिश की।
सात अगस्त को सराय बैरागी रेलवे रोड निवासी दो भाई वसीम व आशू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने छह घंटे बाद आरोपी कचौड़ी विक्रेता सुरेश को गिरफ्तार कर लिया। पीडि़त पक्ष 25-25 लाख रुपये मुआवजा, नौकरी और मकान की मांग कर रहा था। कुछ कथित मुस्लिम नेताओं ने शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद इन मांगों को प्रशासन के सामने रखने का एलान किया था। दोपहर दो बजे नमाज के बाद नारेबाजी शुरू हो गई। एसपी सिटी, एडीएम सिटी प्रदर्शनकारियों को समझाने में जुट गए। तभी शहर मुफ्ती खालिद हमीद ने मस्जिद से लोगों को शांत कर प्रशासन के हवाले से शासन को मांग प्रस्ताव भेजे जाने का आश्वासन दिया। इस पर ज्यादातर लोग चले गए लेकिन 50-60 लोग कोतवाली के सामने जमे रहे। इनमें आपस में मारपीट हुई तो पुलिस ने रोका। इस पर उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव व फायरिंग कर दी। मदारगेट चौकी प्रभारी राजकुमार सिंह सिर में पत्थर लगने से घायल हो गए। एसओ जवां अमित यादव व एसओ देहलीगेट अनुज कुमार भी चोटिल हो गए। पुलिस ने लाठीचार्ज कर आंसू गैस छोड़ी और हवाई फायरिंग भी की।
इसी दौरान जामा मस्जिद के पास बारहसैनी धर्मशाला मंदिर पर भी पथराव हुआ। उपद्रवियों ने वहां संचालित ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यावर्त को भी लूटने की कोशिश की, मगर शाखा प्रबंधक ने चैनल गेट बंद करा दिया। खैर अड्डा, चंदन शहीद रोड, घास मंडी में भी भगदड़ मच गई। एसएसपी राजेश पांडेय, डीएम ऋषिकेश भास्कर यशोद पुलिस बल के साथ चंदन शहीद रोड पहुंचे तो उपद्रवियों ने फायरिंग कर लौटा दिया। दोपहर सवा दो बजे बिगड़े हालात साढ़े तीन बजे काबू में आए। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अराजक तत्वों ने हालात को बिगाडऩे की कोशिश की। ऐसे तत्वों को चिह्नित कर कार्रवाई की जा रही है।