ईद नहीं मनाएगा हरियाणा का यह गांव, बीफ की अफवाह के चलते निवासी का हुआ था ट्रेन में कत्ल
ट्रेन में मारपीट के शिकार हुए लोगों के गांव ने ईद ना मनाने का फैसला किया है। प्रार्थना के वक्त भी वहां के लोगों ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज करवाया। दरअसल, दिल्ली से खरीददारी करके लौट रहे चार भाईयों (हाशिम, शाकिर, जुनैद और मोइन) पर बीफ की अफवाह के बाद तकरीबन 10-12 लोगों ने हमला कर दिया था। जिसस में शाकिर और हाशिम गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उनके भाई जुनैद की मौत हो गई थी। ये लोग बल्लभगढ़ के रहने वाले हैं।
भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने की हाल की घटनाओं के विरोध में विभिन्न संगठनों तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांधकर ईद की नमाज पढ़ने का आवाह्न किया है। हरियाणा में गत गुरुवार को ट्रेन में ईद की खरीदारी करने जा रहे एक युवक की पीट-पीटकर हत्या, उसी दिन पश्चिम बंगाल में कथित रूप से गाय की चोरी के आरोप में तीन लोगों की हत्या, हाल में जम्मू-कश्मीर में पुलिस अफसर अयूब पंडित की हत्या, इससे पहले राजस्थान के अलवर में भीड़ द्वारा पहलू खां की हत्या, दादरी में अखलाक हत्या काण्ड इत्यादि मामलों का विरोध जताने के लिये सोशल मीडिया पर भी एक अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें मुसलमानों से कल ईद पर काली पट्टी बांधकर नमाज पढ़ने को कहा गया है।
माइनारिटी एजुकेशन एण्ड इम्पॉवरमेंट मिशन:मीम: के उत्तर प्रदेश सचिव अब्दुल हन्नान ने आज ‘भाषा’ को बताया कि उनके संगठन ने देश की तमाम मस्जिदों के इमामों को फोन करके कहा है कि वे मुसलमानों से ईद की नमाज पढ़ते वक्त बाजू पर काली पट्टी बांधने को कहें।
उन्होंने दावा किया कि इस मुहिम में लखनऊ स्थित प्रमुख इस्लामी शिक्षण संस्थान नदवतुल उलमा ने भी सहयोग का आश्वासन दिया है। हन्नान ने बताया कि उनके संगठन से जुड़े लोग इस संदेश को दूर-दूर तक फैला रहे हैं। कोशिश है कि इस विरोध को बड़े पैमाने पर सरकार के पास पहुंचाया जाए, ताकि भीड़ के हाथों मौतों का सिलसिला रोका जा सके।
इस सिलसिले में फेसबुक पर अभियान चला रहे शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि हमने युवाओं से अपील की है कि वे इन घटनाओं के विरोध में काली पट्टी बांधकर ईद की नमाज पढ़ें और अपनी तस्वीर खींचकर फेसबुक पर अपलोड करें।