'रोहतक की 'निर्भया' को जानवर खा रहे थे'


हरियाणा के रोहतक ज़िले में जिस 22 साल की युवती का क्षत-विक्षत शव मिला था उसे 'कम से कम एक दिन से जानवर खा रहे थे'.
राज्य के मेडिको-लीगल एडवाइज़र और पीजीआई रोहतक के फ़ोरेंसिक प्रमुख ने बीबीसी हिंदी को बताया है कि "लगभग 15% से ज़्यादा शरीर और मांस को जानवर खा चुके थे और मुँह से गले तक का पूरा हिस्सा ग़ायब था."
डॉक्टर एसके धत्तरवाल ने कहा कि, "पोस्टमॉर्टम में पता चला कि सांस की नली और पेट से लेकर पैरों तक पर जानवरों के पंजों और दांतों के निशान मिले हैं. जबकि मृत युवती के पेट में मौजूद खाने की फ़ोरेंसिक जांच करने पर पता चलता है कि उसे खाने में कोई नशीला पदार्थ मिला कर दिया गया था."

युवती का शव

हरियाणा के सोनीपत ज़िले की रहने वाली इस युवती का 9 मई को घर से थोड़ी दूर अपहरण हो गया था और 11 मई को युवती का शव पड़ोस के रोहतक ज़िले के राष्ट्रीय राजमार्ग के नज़दीक पड़ा मिला था.
मामले में दो लोगों की गिरफ़्तारी हो चुकी है जिनके ऊपर बलात्कार और हत्या के आरोप लगे हैं. ये दोनों सोनीपत में इस युवती के मोहल्ले के क़रीब के रहने वाले बताए गए हैं.
इस घटना को लेकर पूरे इलाके में तनाव है और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बड़े सवाल उठ रहे हैं.
पीजीआई के फ़ोरेंसिक प्रमुख एसके धत्तरवाल के मुताबिक़, "युवती की मौत किसी भारी चीज़ के प्रहार से हुई है क्योंकि पोस्टमॉर्टम में साफ़ पता चलता है कि उसके सर की पांच हड्डियां चकनाचूर हो चुकी हैं. गुप्तांगों पर गहरी चोटों के निशान हैं और इतने ज़्यादा हैं कि साफ़ दिखता है कि सामूहिक सेक्शुअल असॉल्ट हुआ है. पूरी पुष्टि के लिए विसेरा जांच की रिपोर्ट कुछ दिन में आ जाएगी".

चीख और कराह

इधर सोनीपत में युवती के घर में मातम पसरा हुआ है. युवती की माँ ने दो दिन से कुछ खाया नहीं है और सिर्फ़ बेटी का नाम लेकर बिलख उठने भर की क्षमता बची दिखती है.
पड़ोसी और रिश्तेदार उनकी हर चीख और कराह पर नीबू-पानी पिलाने के लिए दौड़ते हैं क्योंकि 40 डिग्री गर्मी में सभी को भय है कि कहीं माँ को अस्पताल न भर्ती कराना पड़ जाए.
रोती-बिलखती हुई मृत युवती की माँ इतना ही दोहराती रहती है कि, "मेरी बच्ची बहुत बहादुर थी और दोषियों को सूली पर चढ़ना देखना बाकी रह गया है बस."

फांसी की सजा

घर के बाहर दूरदराज़ से लोग सांत्वना देने आ रहे हैं और कुछ ऐसे भी हैं जिनका किसी न किसी राजनीतिक दल से ताल्लुक दिखता है.
राज्य सरकार और रेड क्रॉस ने परिवार के लिए लाखों रुपए मुआवज़े की भी घोषणा की है, लेकिन मृत युवती के परिवारजन दोषियों के लिए फाँसी की सज़ा की ही गुहार लगा रहे हैं.
युवती के पिता ने बीबीसी से कहा, "9 मई को मेरी बेटी काम पर निकली थी. वो एक दवाई कंपनी में पैकिंग का काम करती थी. 12 मई को जब मैंने उसकी लाश देखी तो दिखा कि उसके शरीर पर कीड़े चल चुके थे, मांस ख़त्म हो गया था और वो कुछ दरिंदों का शिकार हो गई थी. बेटी की शादी 2015 में की थी, लेकिन दो महीने बाद उसका तलाक़ हो गया था. हम चाहते रह गए कि उसकी शादी कर सकें."

स्थानीय प्रशासन

घटना के बाद से न सिर्फ़ स्थानीय बल्कि राज्य सरकार और प्रशासन भी सकते में है.
कुछ ही हफ़्तों पहले प्रदेश की भाजपा सरकार ने 'ऑपरेशन दुर्गा' नामक अभियान चलाया था जिससे सार्वजनिक जगहों पर महिलाओं के साथ छेड़-छाड़ के मामलों पर अंकुश लगाया जा सके.
चूंकि मामले पर देश-विदेश से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं और बड़े नेताओं ने भी इसकी निंदा की है तो स्थानीय प्रशासन भी किसी सवाल का जवाब देने में थोड़ा ज़्यादा ही सजग है.
क़ाफी देर तर्क करने के बाद रोहतक के पुलिस अधीक्षक पंकज नैन ने हमसे बात करने की हामी भरी.

जांच और गिरफ्तारी

पंकज नैन ने कहा, "हमारे पास 11 मई को ही ख़बर आई थी और हमने तुरंत एक्शन लिया और शिनाख़्त की प्रक्रिया चालू कर दी. पूरे मामले में पुलिस ने मुस्तैदी से अपना काम किया है और मुख्य आरोपी गिरफ़्तार भी हो चुके है."
इस मामले ने सभी को सकते में इसलिए भी ला दिया है क्योंकि हाल ही में भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने निर्भया हत्याकांड मामले में चरों दोषियों की मौत की सजा बरकरार रखी थी.
शुरुआती जांच और तथ्यों को देखते हुए हरियाणा की इस युवती की निर्मम और बर्बरतापूर्ण हत्या भी अपने आप में कम दिल दहला देने वाली नहीं है.

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