ट्रंप अमरीका के नए राष्ट्रपति


डोनाल्ड ट्रंप ने अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रैट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को हरा दिया है. इस तरह वह अमरीका के 45वें अमरीकी राष्ट्रपति होंगे.
जीत के बाद अपने संबोधन में डोनल्ड ट्रंप ने कहा, ''आप सभी का शुक्रिया. हिलेरी ने अभी फ़ोन करके हमें जीत पर बधाई दी है. और मैंने उन्हें शानदार मुक़ाबले के लिए मुबारक़बाद दी. उन्होंने ग़ज़ब मुक़ाबला किया.
उन्होंने कहा, ''मैं सभी से वादा करता हूं कि मैं आप सभी का राष्ट्रपति बनूंगा और ये मेरे लिए बेहद अहम चीज़ है.''
ट्रंप ने कहा, ''हमारे पास बेहतरीन आर्थिक योजना है. अर्थव्यवस्था का आकार दोगुना होगा और हम दुनिया की सबसे मज़बूत इकोनॉमी बनेंगे. साथ ही हम दुनिया के उन सभी देशों के साथ मज़बूत रिश्ते बनाएंगे, जो हमारा दोस्त बनना चाहता है.''
नए अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा, ''हर अमरीकी को अपनी काबिलियत का पूरा इस्तेमाल करने का मौक़ा मिलेगा.''
उन्होंने कहा, ''मैंने अपने माता-पिता से बहुत कुछ सीखा है. साथ ही मैं अपनी बहनों का भी शुक्रिया अदा करता हूं.''

इस बार के अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में सबसे ज़्यादा चर्चा में रहे रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनल्ड ट्रंप. जो अब वहां के 45वें राष्ट्रपति होंगे.
ट्रंप के किरदार, ट्रंप की कामयाबी, उनके बयान, उनके विवाद और निजी ज़िंदगी के क़िस्से, सब मिलाकर मसालेदार और दिलचस्प कहानी बनते हैं. अमरीका ही नहीं पूरी दुनिया आज ये जानने में दिलचस्पी दिखा रही है कि आख़िर डोनल्ड ट्रंप हैं कौन?
तो चलिए आपको बताते हैं डोनल्ड ट्रंप के बारे में कुछ ख़ास बातें.
डोनल्ड ट्रंप एक कामयाब अमरीकी कारोबारी हैं. उनके पास अरबों रुपए की संपत्ति है. न्यूयॉर्क के बेहद महंगे मैनहैटन इलाक़े में उनके पास अच्छी ख़ासी जायदाद है. कुल मिलाकर कहें तो वो एक रईस अमरीकी हैं.
मशहूर 'अमरीकन ड्रीम' की डोनल्ड ट्रंप नुमाइंदगी करते हैं. मगर दिलचस्प बात ये है कि अमरीकी मध्य वर्ग भी उन्हें ख़ूब पसंद करता है, जबकि उनकी कई नीतियां सिर्फ़ अमीरों के फ़ायदे के लिए हैं. कई देशों के लोग उन्हें दुनिया की शांति और सुरक्षा के लिए ख़तरा मानते हैं.
डोनल्ड ट्रंप की ज़िंदगी का सफ़र बेहद दिलचस्प और उतार-चढ़ाव से भरा है.
ट्रंप 14 जून 1946 को न्यूयॉर्क के क्वींस इलाक़े में जन्मे थे. वो एक मध्यमवर्गीय लोगों के रहने वाला इलाक़ा था. डोनल्ड के पिता फ्रेड ट्रंप ने रियल एस्टेट में काफ़ी कामयाबी हासिल की थी. उस दौर में वो शानदार गाड़ियों से चलते थे, जिन्हें चलाने के लिए फ्रेड ने ड्राइवर रखे हुए थे.
ट्रंप की मां, स्कॉटलैंड से अमरीका पहुंची थीं. ट्रंप के घर में अनुशासन का माहौल था. वहां गाली देने पर सख़्त पाबंदी थी. घर में अच्छे ख़ासे पैसे होने के बावजूद, फ्रेड ने अपने सभी बच्चों को अपने पैरों पर खड़ा होने की सीख दी थी.
1959 में जब ट्रंप 13 बरस के थे, उनके पिता को उनके घर में स्विचब्लेड नाम का हथियार मिला. बेटा बिगड़ न जाए इसलिए ट्रंप दंपति ने बेटे को पढ़ने के लिए न्यूयॉर्क मिलिट्री स्कूल भेज दिया. वहां का माहौल और भी सख़्त था.
जहां अनुशासन और तंदुरुस्ती पर काफ़ी ज़ोर दिया जाता था. ट्रंप वहां से पढ़कर 1964 में निकले. उसके बाद उन्हंने फोडर्म यूनिवर्सिटी मे दाख़िला लिया. इसके दो साल बाद वो अमरीका के मशहूर वार्टन बिज़नेस स्कूल में पढ़ने के लिए गए.
कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के तीन साल बाद, डोनल्ड ट्रंप न्यूयॉर्क के मैनहैटन इलाक़े में बस गए . सत्तर के दशक में ही अपने पिता से पैसे लेकर ट्रंप ने भारी नुक़सान में चल रहे कमोडोर होटल को सात करोड़ डॉलर में ख़रीदा.
उन्होंने होटल की इमारत की मरम्मत कराई और 1980 में होटल को द ग्रैंड हयात के नाम से फिर से शुरू किया. ट्रंप का ये दांव बेहद कामयाब रहा. वो रातों-रात करोड़पति बन गए थे.
1982 में डोनल्ड ट्रंप ने न्यूयॉर्क में ट्रंप टॉवर बनवाया. ये न्यूयॉर्क की मशहूर इमारतों में से एक है. कहते हैं कि इसे बनाने में पोलैंड से ग़ैरक़ानूनी तरीक़े से आए मज़दूरों का बड़ा योगदान रहा था.
ये इसलिए भी दिलचस्प है क्योंकि आज डोनल्ड ट्रंप, दूसरे देशों से आने वाले अप्रवासियों के विरोधी के तौर पर मशहूर हैं. डोनल्ड ट्रंप आज भी इसी इमारत में रहते हैं और यहीं से काम करते हैं.
अस्सी के दशक की कामयाबी के बाद नब्बे का दशक डोनल्ड ट्रंप के लिए झटकों वाला रहा. शुरुआत निजी ज़िंदगी में उथल-पुथल से हुई. उनकी पत्नी इवाना को ट्रंप के मार्ला मैपल्स नाम की महिला से अफ़ेयर की ख़बर हो गई थी. जिसके बाद इवाना ने ट्रंप से तलाक़ ले लिया. इसमें डोनल्ड ट्रंप को भारी नुक़सान उठाना पड़ा.
90 के दशक की मंदी के चलते, डोनल्ड ट्रंप के रियल एस्टेट के कारोबार को भारी नुक़सान हुआ. उनके होटल ताज महल इन अटलांटिक सिटी ने ख़ुद को दिवालिया घोषित कर दिया. यही हाल 1992 में ट्रंप प्लाज़ा का हुआ. इससे एक कामयाब कारोबारी की उनकी छवि को काफ़ी धक्का लगा.
1997 में डोनल्ड ट्रंप ने शानदार तरीक़े से वापसी की. उन्होंने अपनी शानदार नाव और ट्रंप एयरलाइंस बेच दी. इसके बाद उन्होंने मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता और मिस यूएसए और मिस टीन यूएसए की फ्रैंचाइज़ी ख़रीद ली. मनोरंजन की दुनिया में डोनल्ड का ये पहला क़दम था.
1999 में डोनाल्ड ट्रंप ने राजनीति में भी हाथ आज़माया. उन्होंने रिफ़ॉर्म पार्टी बनाई. डोनल्ड का इरादा था कि साल 2000 में रिफ़ॉर्म पार्टी उन्हें राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाए.
डोनल्ड ने कहा कि वो ओप्रा विन्फ्रे को अपने साथ उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाएंगे. लेकिन, रिफ़ॉर्म पार्टी के अंदरूनी झगड़ों से तंग आकर उन्होंने फ़रवरी 2000 में ख़ुद को चुनाव से अलग कर लिया
अभी हाल ही में डोनल्ड ट्रंप का एक ऑडियो सामने आया था जिसमें वो महिलाओं के बारे में अभद्र बातें करते सुने गए. ये वीडियो एक टीवी शो की शूटिंग के दौरान का था.
इस टीवी शो का नाम था, ''द अप्रेंटिस''. डोनल्ड ट्रंप ने 2004 में इस टीवी शो में काम किया था. इसमें ट्रंप की कारोबारी दुनिया की झलक दिखाई गई थी. टीवी शो में ट्रंप की कंपनी को काम करने की बेहतरीन जगह के तौर पर पेश किया गया था.
इस शो के पहले सीज़न के फ़ाइनल की रेटिंग, अमरीका में होने वाले सुपरबाउल मुक़ाबलों के बाद दूसरे नंबर पर रही थी. शो की कामयाबी की वजह से डोनल्ड ट्रंप को हॉलीवुड के हॉल ऑफ़ फेम में भी जगह मिली थी.
23 मई 2005 को अपनी दूसरी शादी के कुछ महीनों के बाद ही डोनल्ड ने ट्रंप यूनिवर्सिटी के नाम से एक संस्था खोली. इसमें युवाओं को ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कराने का प्रस्ताव था. इसमें रियल एस्टेट के कोर्स पर बहुत ज़्यादा ज़ोर था.
साथ ही इसमें डोनल्ड ट्रंप की कामयाबी के राज़ बताने का भी दावा किया गया था. क़रीब पांच साल बाद छात्रों ने ट्रंप यूनिवर्सिटी को एक फ़र्ज़ीवाड़ा बताया. जिसके बाद न्यूयॉर्क की सरकार ने इसके ख़िलाफ़ जांच शुरू कर दी. 2010 में ट्रंप यूनिवर्सिटी बंद हो गई.
यूं तो डोनल्ड ट्रंप और विवाद, एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. जिसमें महिलाओँ से लेकर मुसलमानों तक के बारे में उनकी राय पर उठे विवाद को शुमार किया जा सकता है.
7 दिसंबर 2015 को डोनल्ड ट्रंप ने अपना सबसे विवादित बयान दिय था. उन्होंने साउथ कैरोलिना में एक चुनावी रैली में कहा कि मुसलमानों के लिए अमरीका के दरवाज़े पूरी तरह बंद कर दिए जाने चाहिए.
साथ ही उन्होंने कहा कि अमरीका में रहने वाले मुसलमानों के बारे में पूरी जांच पड़ताल होनी चाहिए. उन्होंने अपने इस सख़्त प्रस्ताव से सिर्फ़ लंदन के मेयर सादिक़ ख़ान को ही छूट दी थी. इस पर काफ़ी हंगामा मचा था. आज भी बहुत से लोगों को लगता है कि ट्रंप की मुस्लिम विरोधी छवि पूरी दुनिया के लिए ख़तरनाक है.
अपने तमाम विवादों के बावजूद 19 जुलाई 2016 को डोनल्ड ट्रंप अमरीका की ग्रैंड ओल्ड पार्टी या रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने में कामयाब हो गए.
क्लीवलैंड में हुए पार्टी के सम्मेलन में जब उम्मीदवार के तौर पर उनके नाम का एलान हुआ तो उनकी पत्नी मेलानिया और पांचों बच्चे साथ मौजूद थे.
इसके बाद उन्होंने इंडियाना सूबे के गवर्नर माइक पेंस को अपना ''रनिंग मेट'' या उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया. उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को ज़हरीला बताते हुए तीखे हमले किए. साथ ही लोगों से अपील की कि उन्हें वोट करके एक बार फिर से अमरीका को महान बनाएं. ट्रंप ने मेक्सिको की सीमा पर एक दीवार बनाने का भी वादा किया.
प्रेसिंडेंशियल डिबेट या राष्ट्रपति चुनाव की बहस के बाद डोनल्ड ट्रंप चुनावी रेस में हिलेरी क्लिंटन से पिछड़ रहे थे. महिलाओं को लेकर उनके विवादित बयान ने भी डोनल्ड को झटका दिया था.
लेकिन आख़िरकार अमरीकी नागरिकों ने डोनल्ड ट्रंप को वोट देकर उन्हें अपना राष्ट्रपति चुन लिया.

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