धर्मशाला वनडे में महेंद्र सिंह धोनी ने किया कमाल, फैंस बोले- बॉस तो माही ही है

धर्मशाला वनडे में विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी को छोड़ सभी भारतीय बल्लेबाज़ों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा और पूरी टीम 38.2 ओवरों में 112 रनों पर सिमट गई.
विकेटों के पतझड़ के बीच वो धोनी ही थे जिन्होंने अपना 300 से अधिक वनडे मैचों का अनुभव धर्मशाला के इस 22 गज के टुकड़े पर झोंक दिया और टीम को अपना नया न्यूनतम स्कोर बनाने से बचा लिया.
एक समय भारत के 29 रन पर सात विकेट गिर गए थे. श्रीलंका के तेज़ गेंदबाज़ सुरंगा लकमल ने अपने वनडे करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 10 ओवर में 13 रन देकर चार विकेट चटकाए.
धोनी ने 87 गेंदों में 65 रन की पारी खेली. इस दौरान उन्होंने 10 चौके और दो छक्के जड़े. इसके अलावा धोनी ने कुलदीप यादव के साथ आठवें विकेट के लिए 41 रनों की साझेदारी की.
भारत की तरफ से धोनी और कुलदीप (19) के अलावा सिर्फ़ हार्दिक पंड्या (10) ही दहाई का आंकड़ा देख सके.
भारत की ओर से रोहित शर्मा ने दो, श्रेयस अय्यर ने नौ और मनीष पांडेय ने दो रन का योगदान दिया.
जबकि शिखर धवन और दिनेश कार्तिक अपना खाता भी नहीं खोल पाए. इस मैच के लिए टीम के कप्तान विराट कोहली उपलब्ध नहीं हैं, लिहाजा रोहित शर्मा कप्तानी कर रहे हैं.
भारत का वनडे में अब तक का सबसे कम स्कोर श्रीलंका के ख़िलाफ़ ही रहा है. शारजाह में 29 अक्टूबर, 2000 को भारतीय टीम श्रीलंका के ख़िलाफ़ महज 54 रनों पर सिमट गई थी.
श्रीलंका ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाज़ी सौंपी.

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